स्त्री तेरी यही कहानी......
भारत मे महिलाव का दिन प्रतिदिन रूप बदल रहा है वह अपने परंपरागत जीवन से निकाल कर एक नये जीवन मे प्रवेश कर रही है चूला चौका के अलावा अब उसके जीवन में कारोबार भी शामिल हो गया है | लेकिन जहा एक ओर महिलाओ का यह रूप देखने को मिल रहा है वही आज भी ऐसी महिलाओ कि कमी नही है जो पहले के समय कि ही तरह आज भी जीवन बिता रही है वही जीवन जिसे शहरो कि महिलाये तो पीछे छोड चुकी है लेकिन दूर के गाव मे आज भी महिलाओ की वही स्थिती है जो पहले थी जिन्हे अपने पति का नाम भी नही लेना होता था| और जिसके लिये उन्हे किसी और कि मदद लेनी पडती थी |
आज भी भारत मे ऐसे कई देश है जहा महिलाओ की स्थिती मे कोई सुधार नही आया है उनके लिये आज और कल मे कोई अंतर नही आया है उनके लिये दुनिया आज भी वही है जो और सबके लिये कई साल पहले ही बदल गयी है| उन औरतो के लिये क्या सोनिया गांधी और क्या प्रतिभा सिंह पाटिल, बस एक नाम मात्र ही है जिनका नाम शायद कभी गळती से सुन लिया हो | ये महिलाये न तो स्वयं ही अपने बारे मे सोचती है और न कोई और |
शहरो में भले ही आज महिलाये आगे बढ़ गई हो और हर छेत्र में दिखाई दे रही हो लेकिन कही न कही उनकी सच्चाई दिखाई दे ही जाती है,फिर वह चाहे जिस रूप में हो | कही आरुषि हत्याकांड तो कही जेसिका ऐसे न जाने कितनी ही मामले आये दिन सुनाई देते है ऐसा ही अब एक और मामला सामने आया है भवरी देवी का देखना ये होगा की क्या भवरी देवी के साथ भी इन्साफ होगा या बस महिलाओ की यही कहानी चलती रहेगी..............